संपत्ति के बंटवारे को लेकर देश में सियासी घमासान मचा हुआ है। भाजपा का आरोप है कि अगर कांग्रेस सत्ता मेंआई तो वो देशवासियों की संपत्ति का सर्वे करेगी। अर्थशास्त्री गौतम सेन ने कहा कि संपत्ति की सर्वे जैसी योजना भारत में नहीं चलेगी। वही संपत्ति के बंटवारे करने से देश की अर्थव्यवस्था रूक जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबों के विकास के लिए कई कदम उठाए।
लोकसभा चुनाव के बीच विरासत कर (संपत्ति के बंटवारा) को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। पीएम मोदी लगातार अपने चुनावी रैलियों में विरासत कर का जिक्र करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं।भाजपा का आरोप है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो देशवासियों की आधी संपत्ति पर सरकार कब्जा कर लेगी। बता दें कि कांग्रेस के घोषणापत्र में राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक और जातिगत सर्वे करवाने की बात कही गई। कांग्रेस ने कहा कि इस सर्वे से मिली जानकारियों के आधार पर कदम उठाए जाएंगे।
इसी बीच अर्थशास्त्री गौतम सेन ने समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत के दौरान कहा कि संपत्ति का बंटवारे की योजना भारत में काम नहीं करने वाली। उन्होंने कहा कि केवल लगभग 12 करोड़ लोगों के पास 102 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। लेकिन इनमें से लगभग सभी ने अपने व्यवसायों में निवेश किया है। वहीं, संपत्ति के बंटवारे की वजह से देश के 98 से लेकर 99 प्रतिशत लोगों की जिंदगी पर बुरा असर पड़ेगा।
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