गर्मियों के लिए भारत के 6 बेस्ट ट्रेन रूट्स जो छुट्टियों का मजा दोगुना कर देंगे, एक बार जरूर जाएं
Digital Boxxबुधवार, मार्च 27, 2024
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अगर आप भी गर्मियों की छुट्टी में कुछ अलग करना चाहते हैं तो इस बार ऐसी जगहों पर ट्रेन यात्रा का आनंद उठाएं जो अपने आप में काफी यूनीक हैं. ये ट्रेन यात्रा आपको जिंदगी का सबसे अच्छा अनुभव दे सकती है.
1-दार्जिलिंग हिमालयन
यह भारत का सबसे पुराना नैरो-गेज रेलवे ट्रैक है और न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलता है. यह भारत का सबसे ऊंचा रेलवे रेलवे स्टेशन है और इस ट्रैक का नाम 1999 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया था. हालांकि यह ट्रेन अब डीजल से भी चलती है लेकिन पहले ट्रेनें भाप से चलती थीं. इस मार्ग पर आपको हिमालय की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव होगा.
हिमालयन क्वीन या शिवालिक एक्सप्रेस ट्रेन नैरो-गेज पहाड़ी मार्ग पर चलती है जो कालका से शुरू होती है और शिमला तक जाती है. इस रेलवे मार्ग की स्थापना भारत की तत्कालीन ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला और शेष भारतीय रेलवे नेटवर्क के बीच संबंध बनाने के लिए की गई थी. यह टॉय ट्रेन चीड़ वाले पेड़ वाली हरी-भरी घाटियों से गुजरती हुई शिमला में समाप्त होती है. इस ट्रैक पर पर्यटकों के मनोरंजन के लिए केवल टॉय ट्रेनें चलती हैं.
3 . कांगड़ा घाटी रेल मार्ग
सुंदर कांगड़ा घाटी रेलवे मार्ग पंजाब के पठानकोट से हिमाचल प्रदेश के जोगिंदर नगर तक फैला है, जिसमें क्रमशः 250 फीट और 1,000 फीट की दो शानदार सुरंगें है..इन सुरंगों से गुजरने वाली ट्रेन और आसपास की ग्रीनरी देखकर काफी शांति मिलती है.
4 . मेट्टुपालयम से ऊटी
'दक्षिण की टॉय ट्रेन' पर सवार होकर समय और धुंध के बीच से यात्रा करने के साथ-साथ और पहाड़ियों और हरी-भरी घाटियों का आनंद आप इस रेल यात्रा में ले सकते हैं. घुमावदार पहाड़ियां, क्रिस्टल क्लियर पानी वाली झीलें और इस सफर का मजा दोगुना कर देती हैं.
5कन्याकुमारी से त्रिवेन्द्रम
अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर का संगम इस रेल यात्रा में देखा जा सकता है. इस ट्रैक के दौरान बैकवाटर, हरी-भरी हरियाली और स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय व्यंजनों के साथ आप इस यात्रा का आनंद ले सकते हैं. सूर्यअस्त समेत कई अद्भुत नजारे इस रेल्वे यात्रा के दौरान देखे जा सकते हैं.
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