इंदौर में ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए प्रमुख चौराहों पर 200 महिला पुलिसकर्मी तैनात, एक महिला कांस्टेबल ने कहा कि जनता की यह मानसिकता बदलने की जरूरत है कि केवल पुरुष पुलिसकर्मी ही यातायात को नियंत्रित कर सकते हैं। इंदौर मप्र की सबसे अधिक आबादी वाला शहर है और यहां वाहनों का घनत्व भी राज्य में सबसे ज्यादा है।
Source:- Google Source |
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के यातायात को संभालने के लिए 200 महिला कांस्टेबलों को विशेष प्रशिक्षण के बाद प्रमुख चौराहों पर तैनात किया गया है।व्यस्त रीगल चौराहे पर वाहन चालकों को यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराते नजर आईं कांस्टेबल सुनीता मंडलोई ने पीटीआई-भाषा से कहा, ''हम चाहते हैं कि इंदौर स्वच्छता की तरह ही यातायात नियमों के पालन में भी देश में नंबर एक बने।''
उन्होंने कहा, "कभी-कभी सवारियां यातायात नियम तोड़ती हैं और महिला कांस्टेबलों के साथ बहस करती हैं, लेकिन हम उनसे निपटने में सक्षम हैं क्योंकि हमें इसके लिए प्रशिक्षित किया गया है।" यातायात संभालने के लिए प्रशिक्षित एक अन्य कांस्टेबल सोनाली सोनी ने कहा, "अब समय बदल गया है। हमें जनता की मानसिकता बदलनी होगी कि केवल पुरुष पुलिसकर्मी ही यातायात को नियंत्रित कर सकते हैं। पुलिस विभाग में पुरुषों और महिलाओं को समान प्रशिक्षण दिया जाता है।
सोनी ने कहा कि वह 100 प्रतिशत समर्पण के साथ काम करेंगी और वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन कराएंगी। पुरुष ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने महिला कांस्टेबलों के ड्यूटी के प्रति जज्बे की सराहना की है, यातायात विभाग में सहायक उपनिरीक्षक रघुवीर सिंह मीना ने कहा, "महिला कांस्टेबल यातायात संभालने का अच्छा काम कर रही हैं। वे पुरुष सहकर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं।
Please do not enter any spam link in the comment box