कभी किसी का बुरा न करो ,
सदा सभी का भला करो |
बुरे काम का बुरा नतीजा ,
भले ही देर से मिलता है |
लेकिन जब यह मिलता है |
बिना आहट के मिलता है |
कभी किसी का बुरा न करो ,
सदा सभी का भला करो |
बुरे काम का बुरा नतीजा ,
अंतर्मन को खाता है |
बाहर से दिखता है, स्वस्थ्य ,
अंदर से करता है , नष्ट |
क्या तुम लेकर आय थे ,
किसका अभिमान करते हो ,
खाली हाथ आये थे ,
खाली हाथ जाओगे ,
कभी किसी का बुरा न करो ,
सदा सभी का भला करो |
इस संसार से कभी कोई ,
कुछ लेकर नहीं गया है |
जो कुछ लेकर जाता है |
वह सत्कर्म ही लेकर जाता है |
सत्कर्म के रस्तो पर चलकर |
करो खूब कमाई भी |
दूसरे का धन लूटकर ,
कभी न करो कमाई
क्योंकि यह जिस दिन निकलेगा
तो कर देगा खूब तबाही |
लेखिका:- पूजा पँवार रमोला
Bahut hi sunder poem hai
जवाब देंहटाएंPooja maza aa gaya
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