हस्तशिल्प एवं हथकरघा उत्पादों के नए डिजाइन तैयार करेगा परिषद
देहरादून : उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद हस्तशिल्प एवं हथकरघा उत्पादों के नए डिजाइन तैयार करेगा। ताकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थानीय क्राफ्ट उत्पादों की डिमांड भी बढ़े और लोग खूब पसंद करें। शुक्रवार को उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद की समीक्षा बैठक हुई। परिषद के उपाध्यक्ष वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने परिषद की विभिन्न योजनाओं, बुनकर को दी जा रही सहायता, औद्योगिक मेले, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी, गोष्ठी और सेमीनार की समीक्षा की। उन्होंने शिल्पियों के लिए पेंशन योजना, थारू - बोक्सा जनजाति की महिलाओं के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना आदि की भी समीक्षा की।
बैठक में उद्योग उपनिदेशक एसएस सजवाण ने बताया कि शिल्पियों के लिए हर वर्ष उत्तराखंड राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार दिया जाता है । हस्तशिल्प एवं लघु उद्यम पुरस्कार योजना भी संचालित की जा रही है। बताया कि भोटिया जनजाति के शिल्पी दन, थूलमा, रिंगाल के उत्पाद से जुड़े हैं। परिषद के उपाध्यक्ष वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने निर्देश दिए कि हस्तशिल्प एवं हथकरघा उत्पादों के लिए नए डिजाइन इनपुट के साथ प्रोटोटाइप का विकास किया जाए। बैठक के बाद उपाध्यक्ष ने पटेलनगर स्थित हिमाद्रि एंपोरियम का निरीक्षण भी किया। इस मौके पर उद्योग अपर निदेशक मृत्युंजय सिंह, संयुक्त निदेशक अनुपम द्विवेदी, दीपक मुरारी, चंचल सिंह बोरा, उद्योग उपनिदेशक राजेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे । (जासं)
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