नीट के गोधरा कांड का खुलासा एक गुप्त शिकायत के बाद हुआ था। एक पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को शिकायत मिली थी कि गोधरा का जय जालाराम स्कूल छात्रों से दस-दस लाख रुपये लेकर उन्हें नीट की परीक्षा पास कराने में जुटा हुआ है। पत्र में पूरे कनेक्शन की जानकारी भी दी गई थी। इस पत्र पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारी को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा था
नीट परीक्षा में हुई धांधली की परतें जितनी उधड़ती जा रही हैं, यह शर्मनाक तथ्य सामने आ रहा है कि पूरा सिस्टम अयोग्य उम्मीदवारों को मुन्नाभाई छाप डॉक्टर बनाने में जुटा हुआ था। नीट के गोधरा कांड में एक स्कूल का प्रबंधक, प्रिंसिपल और शिक्षक मिलकर छात्रों को नीट परीक्षा पास कराने के आरोप में पकड़े गए हैं। आरोपियों से सात लाख रुपये की नकदी और 2.30 करोड़ रुपये के चेक बरामद किए गए हैं, जो यह बता रहा है कि छात्रों को डॉाक्टर बनाने के लिए भारी रकम वसूली जा रही थी। कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण में गंभीर लापरवाही बरतने और जांच को भटकाने का आरोप लगाया है। वहीं, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस मामले में व्यापक पैमाने पर कोई गड़बड़ी न होने और अदालत के आदेश के अनुसार कार्रवाई करने की बात कही है।
कांग्रेस ने कड़ा रुख अपनाया
कांग्रेस ने नीट के मुद्दे पर बेहद कड़ा रुख अपनाया है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने इसे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि केंद्र सरकार की लापरवाही से 24 लाख छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में स्वतंत्र फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ की जानी चाहिए।
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