डूबकर भी प्यासा ही रह गया टिहरी...जानिए कैसा रहा है 72 साल का चुनावी इतिहास
शुक्रवार, मार्च 22, 2024
0
राजपरिवार से जुड़े होने के कारण टिहरी लोकसभा क्षेत्र का अपना इतिहास है, लेकिन यह सीट इसलिए भी ऐतिहासिक है कि आजादी के बाद से अब तक इस सीट के अस्तित्व को 72 साल हो चुके हैं। इन 72 वर्षों में टिहरी ने गोमुख से निकलती गंगा और यमुनोत्री से बहती यमुना को अविरल बहते और बड़े-छोटे बांधों में कैद होते देखा है।
इस लोकसभा सीट के लोग विकास के नाम पर एक सभ्यता को जलमग्न करने वाले विश्व के आठवें सबसे बड़े बांध के साक्षी रहे हैं। सदानीरा भागीरथी और भिलंगना की इस टिहरी लोकसभा के कंठ फिर भी सूखे हैं। यह प्यास है उस विकास की, जिनके लिए अब तक हुए 18 लोकसभा चुनावों में उतरे प्रत्याशियों ने न जाने कितने लोक लुभावने वादे किए थे। दुर्भाग्य से विकास की यह प्यास पूरी तरह से नहीं मिट पाई है।
इस सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले बेशक विकास की नई इबारत लिखने का दावा करें, लेकिन जनता के नजरिये से देखें तो टिहरी लोस क्षेत्र की तरक्की के लिए बहुत कुछ होना अभी बाकी है। खासतौर पर उन ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में जहां सड़क कनेक्टिविटी 21वीं सदी में भी एक सपना है। टिहरी बांध विस्थापित आज भी पुनर्वास और आवंटित भूमि पर मालिकाना हक के लिए आवाज उठा रहे हैं।
टिहरी झील को पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होने का इंतजार है। ऑलवेदर रोड से जुड़ने वाले संपर्क मार्गों की स्थिति में सुधार होना है। कृषि और बागवानी के लिए यह क्षेत्र प्रसिद्ध है। फल-सब्जियों लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए किसानों को कोल्ड स्टोर की दरकार है। देहरादून से लेकर पर्यटन स्थल मसूरी व धनोल्टी तक पार्किंग एक गंभीर समस्या बनी हुई है।
टिहरी बांध की झील 40 किमी से अधिक क्षेत्रफल में फैली है। झील में जलक्रीड़ा गतिविधियों तो शुरू हुईं, लेकिन 1200 करोड़ की लागत टिहरी झील को पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का इंतजार है। टिहरी के साथ ही उत्तरकाशी जिले में कई ऐसे स्थान हैं, जो पर्यटन विकास के लिहाज से अनछुए हैं। प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खरसाली से यमुनोत्री के बीच कई साल बीत जाने के बाद भी रोपवे नहीं बन पाया। साहसिक पर्यटन के लिए खतलिंग ट्रैक आज तक विकसित नहीं हुआ। बदरी-केदार की तरह गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं के विकास का इंतजार हो रहा है।
Please do not enter any spam link in the comment box