उपद्रवियों ने चोरगलिया रोड स्थित बनभूलपुरा थाने में आग लगा दी थी। पुलिस थाने में हुए नुकसान का आकलन कर रही है, जिसके आधार पर आरोपी अब्दुल मलिक से इसकी वसूली की जाएगी। बनभूलपुरा हिंसा के दौरान जलाए गए थाने में अपराधियों के रिकॉर्ड सुरक्षित बच गए हैं। हालांकि थाने के दस्तावेज और पत्राचार से संबंधित सभी डाटा कंप्यूटर जलने से खत्म हो गया है। पुलिस थाने में हुए नुकसान का आकलन कर रही है, जिसके आधार पर हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक से इसकी वसूली की जाएगी।
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थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी ने बताया कि आगजनी के दौरान थाने के महत्वपूर्ण रजिस्टर बच गए हैं। रजिस्टर 4, रजिस्टर 8 सहित हाथ से दर्ज किए जाने वाले अन्य रजिस्टर मालखाने में रखे हुए थे, जिस कारण ये आग की भेंट नहीं चढ़ सके। बताया कि रजिस्टर 4 अपराध रजिस्टर और रजिस्टर 8 ग्राम अपराध रजिस्टर है जिसमें अपराधियों का रिकॉर्ड हाथों से दर्ज किया जाता है। इसमें सालों पुराने अपराधियों का पूरा रिकॉर्ड दर्ज है।
इनके साथ ही अन्य रजिस्टर और दस्तावेज हैं, जो सुरक्षित हैं। मलिक के बगीचा क्षेत्र में पथराव और आगजनी से नगर निगम को काफी नुकसान पहुंचा है। नगर निगम ने 2.68 करोड़ रुपये वसूली का नोटिस मामले के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को भेजा था और तीन दिन का समय भुगतान के लिए दिया था। मगर मलिक के भुगतान नहीं करने पर अब नगर निगम ने 2.68 करोड़ की वसूली की आरसी काटी है, जिसे तहसील भेज दिया है। तहसील स्तर से अब 14 दिन में राशि जमा करने का समय दिया जाएगा। इसके बाद ही राशि जमा नहीं होने पर कानूनी कार्रवाई शुरू होगी। बनभूलपुरा हिंसा के दौरान सरकारी वाहनों के साथ ही सैकड़ों निजी वाहनों को भी उपद्रवियों ने आग लगा दी थी जिसके लिए अब लोगों को बनभूलपुरा थाने में अपनी शिकायत भी दर्ज करानी होगी। पुलिस उसे हिंसा की विवेचना में शामिल करेगी।
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