पानी की शीतलता में
हम सब बह जाते हैं |
कृष्ण की गीता में ,
हम सब मगन हो जाते हैं ||
क्या शीतलता में पानी है ,
या पानी में शीतलता हैं |
क्या फूलों के खिलने में बसंत है ,
या बसंत के खिलने में फूल ||
क्या कोयल की आवाज में मिठास है ,
या मिठास में कोयल है |
पानी की शीतलता में ,
हम सब बह जाते हैं |
कृष्ण की गीता में |
हम सब मगन हो जाते हैं |
कभी-कभी समय गति में बदल जाता हैं |
कभी-कभी गति समय में बदल जाती हैं |
क्या तुकबन्दी है, समय की गति में ,
गति की समय में ,
क्या तुकबन्दी है, पानी की शीतलता में ,
शीतलता का पानी में |
क्या तुकबन्दी हैं कृष्ण की गीता में ,
गीत की कृष्ण में |
पानी की शीतलता में ,
हम सब बह जाते हैं |
कृष्ण की गीता में हम सब मगन हो जाते हैं |
लेखिका:- पुजा पँवार रमोला
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